सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

संदेश

2019 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

आंसू गिरकर सूख जाते हैं

आंसू गिरकर सूख जाते हैं उसको दया नहीं आती है मैं भी अपने दिल को समझाकर सो जाता हूं आधी रात को घर से निकलना कौन चाहता है

हम उसकी सोहबत को तरसते हैं

हम उसकी सोहबत को तरसते हैं मेरे जिंदगी में उसके प्यार के फूल बरसते हैं उसकी इनायत है मेरे आस-पास खुशनुमा माहौल रहता है डरते हुए उसको रोकने की कोशिश करता हूं वह जब कभी फिसलती है