खुद को तनहा तनहा सा महसूस करता हूं तुम्हारी यादों में लौट कर नहीं आना था तो बता दिया होता इंतजार में घुट घुट के मरने से क्या फायदा एक झटके में खुद को मिटा लिया होता
हम उसकी सोहबत को तरसते हैं मेरे जिंदगी में उसके प्यार के फूल बरसते हैं उसकी इनायत है मेरे आस-पास खुशनुमा माहौल रहता है डरते हुए उसको रोकने की कोशिश करता हूं वह जब कभी फिसलती है